Sunday, June 21, 2015
काली ................को कल इक बेटी मिली जिसका नाम .........समाज ने उसे "विधवा "नाम ....उम्र लगभग सोलह-सत्रह साल ,एक वर्ष पहले विवाह और एक महीने पहले ..........सबसे बड़ी बात,पति जिन हालातों में गया ...कुछ मुआवजा मिला तो समझदार -नाबालिग बहू ने सारा पैसा अपंग सुसर के इलाज के लिए दे दिया.......माता-पिता के घर आयी तो जननी ने अपनी ही कोख की जनी को गरीवी और बहिन-भाइयों की दुहाई देकर .....इतनी बड़ी दुनियां भी छोटी हो जाती हे,जब अपने बेगाने हो जाते हें.............काली [कनक धारा ] उसके दर्द को ख़त्म तो नही कर सकती,पर नया जीवन जीने का उत्साह पैदा करने की कोशिश जरुर .......उसे आत्म विश्वास भरी जिन्दगी और आत्म निर्भर बनाने की दिशा में प्रयास ..............आप सभी की प्रेरणा ..................................काली कनक धारा का बेटियों के सम्मान और सुरक्षा के लिए इक प्रयास
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment