बात
महिलाओं की सुरक्षा की .............17जुलाई की घटना..........नईं दिल्ली
रेलवे स्टेशन के ए सी प्रतीक्षालय [महिला] में लगभग 2p.m. की,एक लड़की उम्र
करीब 26 साल एक ट्रेन से उतरी तो दूसरी का इंतजार..भोजनालय से खाना लेकर आई
और जेसे ही पैकेट खोला सामने से एक लड़की ने उसका खाना छीना और दौड़ती हुई
बाहर बेठे अपने पुरुष साथियों के साथ .......मुसाफिर लड़की तो हक्की-वक्की
कि ये हुआ क्या.............बात ये नहीं
की उसका सामान छीना बात ये कि क्या एसी घटना आये दिन नहीं होती होगी
...............उस पर भी दीगर बात ये कि उस लड़की को दिलासा देकर जब हमने
शिकायत के लिए प्रयास किया तो वही ..............उस नंबर वाली खिड़की पर
जाइये ..............आखिर ट्रेन का समय हो गया और वो लड़की बोली आंटी रहने
दीजिये ये तो सामान छीना हे यहाँ तो इज्जत लुटने के बाद भी सीमाओं के विवाद
में शिकायत दर्ज नहीं होती चाहे इतनी देर में ................यहाँ परिचय
मानवता का होना चाहिए न कि...........