Saturday, July 26, 2014

महिलाओं की सुरक्षा

बात महिलाओं की सुरक्षा की .............17जुलाई की घटना..........नईं दिल्ली रेलवे स्टेशन के ए सी प्रतीक्षालय [महिला] में लगभग 2p.m. की,एक लड़की उम्र करीब 26 साल एक ट्रेन से उतरी तो दूसरी का इंतजार..भोजनालय से खाना लेकर आई और जेसे ही पैकेट खोला सामने से एक लड़की ने उसका खाना छीना और दौड़ती हुई बाहर बेठे अपने पुरुष साथियों के साथ .......मुसाफिर लड़की तो हक्की-वक्की कि ये हुआ क्या.............बात ये नहीं की उसका सामान छीना बात ये कि क्या एसी घटना आये दिन नहीं होती होगी ...............उस पर भी दीगर बात ये कि उस लड़की को दिलासा देकर जब हमने शिकायत के लिए प्रयास किया तो वही ..............उस नंबर वाली खिड़की पर जाइये ..............आखिर ट्रेन का समय हो गया और वो लड़की बोली आंटी रहने दीजिये ये तो सामान छीना हे यहाँ तो इज्जत लुटने के बाद भी सीमाओं के विवाद में शिकायत दर्ज नहीं होती चाहे इतनी देर में ................यहाँ परिचय मानवता का होना चाहिए न कि...........

Thursday, July 24, 2014

समाज में बढती कुप्रथाएं

आज अपने आप को सभ्य समाज के हिस्सा  कहलाने वाले लोग खुद ही कई कई कुप्रथाओं को बढावा देते हे उनमे से एक है दहेज़ और दूसरी भ्रूण हत्या . इन दोनों ही संवेदन शील मामलो का परस्पर कहीं ना कहीं गहरा सम्बन्ध है